सोना खरीदने से पहले ये बातें जरूर जान लें, नहीं तो होगा भारी नुकसान! 🏆💰
सोना (Gold) सिर्फ एक गहना ही नहीं, बल्कि एक बेहतरीन निवेश (Investment) भी माना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि जब आप सोना खरीदते हैं, तो कई ऐसे छिपे हुए चार्ज होते हैं जिनकी जानकारी दुकानदार आपको नहीं देता? इससे दुकानदार को मोटा मुनाफा होता है और आपको नुकसान उठाना पड़ता है।
आज हम आपको सोना खरीदने से पहले ध्यान देने वाली जरूरी बातें बताएंगे, जिससे आप ठगी का शिकार होने से बच सकें और सही दाम में सोना खरीद सकें। 🧐✨
1️⃣ सोने की शुद्धता (Gold Purity) को सही से जांचें ✅
सोना 24 कैरेट (24K), 22 कैरेट (22K), 18 कैरेट (18K) और 14 कैरेट (14K) में आता है।
🔹 24 कैरेट सोना (99.9% शुद्ध) – सबसे शुद्ध होता है, लेकिन गहनों में इस्तेमाल नहीं होता।
🔹 22 कैरेट सोना (91.6% शुद्ध) – ज्यादातर गहनों में यही इस्तेमाल किया जाता है।
🔹 18 कैरेट (75% शुद्ध) और 14 कैरेट (58.3% शुद्ध) – इनमें मिश्र धातु (Alloy) मिलाई जाती है।
💡 कैसे जांचें कि सोना असली है?
👉 सोने पर BIS हॉलमार्क (Bureau of Indian Standards) का निशान जरूर देखें।
👉 916, 750, 585 जैसी शुद्धता की मुहर होनी चाहिए।
👉 बिना हॉलमार्क वाले गहने खरीदने से बचें, क्योंकि वे नकली या मिलावट वाले हो सकते हैं।
2️⃣ मेकिंग चार्ज (Making Charges) पर ध्यान दें 🏷️
मेकिंग चार्ज वो रकम होती है जो ज्वेलर गहनों को डिज़ाइन करने के लिए लेता है।
🔹 यह 8% से 35% तक हो सकता है और यही वह जगह है जहाँ दुकानदार सबसे ज्यादा मुनाफा कमाते हैं।
🔹 अगर आप डिज़ाइनर ज्वेलरी खरीद रहे हैं, तो मेकिंग चार्ज और भी ज्यादा हो सकता है।
🔹 बातचीत करें और कम करवाने की कोशिश करें।
💡 बचने का तरीका:
✔️ फिक्स मेकिंग चार्ज वाली दुकान से खरीदें।
✔️ गोल्ड कॉइन (Gold Coin) या बार (Gold Bar) खरीदें क्योंकि इनमें मेकिंग चार्ज नहीं होता।
3️⃣ वेस्टेज चार्ज (Wastage Charges) के नाम पर ठगी से बचें ⚠️
🔹 कई दुकानदार "वेस्टेज चार्ज" के नाम पर 5% से 15% तक ज्यादा पैसे लेते हैं।
🔹 यह चार्ज गहना बनाने के दौरान बचे हुए सोने के नुकसान के नाम पर लिया जाता है, जबकि असल में यह नुकसान इतना बड़ा नहीं होता।
💡 कैसे बचें?
✔️ पहले से दुकान की वेस्टेज पॉलिसी पूछें।
✔️ कई नामी ब्रांड यह चार्ज नहीं लेते, उनसे खरीदना बेहतर होगा।
4️⃣ सोने का सही दाम (Gold Rate) जान लें 📈
📌 हर दिन सोने की कीमत बदलती है।
📌 कई ज्वेलर्स अलग-अलग रेट बताते हैं और अनजान ग्राहकों से ज्यादा पैसे वसूलते हैं।
📌 लाइव गोल्ड रेट चेक करने के लिए India Bullion and Jewellers Association (IBJA) की वेबसाइट देखें।
💡 बचने का तरीका:
✔️ ऑनलाइन सोने की कीमत पहले चेक करें और उसी के हिसाब से सौदा करें।
✔️ खुली रसीद (Open Bill) नहीं, बल्कि प्रॉपर टैक्स इनवॉइस लें।
5️⃣ एक्सचेंज और रीसेल पॉलिसी जानें 🔄
अगर आप भविष्य में अपना सोना बेचना चाहते हैं, तो उसकी बायबैक पॉलिसी (Buyback Policy) पहले ही पूछ लें।
🔹 कई दुकानदार पुराने गहनों को एक्सचेंज करने पर 25-30% तक कम कीमत देते हैं।
🔹 कुछ बड़े ब्रांड और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म 100% बायबैक गारंटी देते हैं।
💡 कैसे बचें?
✔️ जहां से सोना खरीद रहे हैं, वहां की एक्सचेंज और रीसेल पॉलिसी जरूर पूछें।
✔️ बिल को संभालकर रखें, बिना बिल के एक्सचेंज में दिक्कत हो सकती है।
6️⃣ नकली गोल्ड से बचने के तरीके 🔍
🧐 कई बार दुकानदार मिलावटी या नकली सोना बेच सकते हैं।
💡 कैसे जांचें कि सोना असली है?
✔️ सोने को चुंबक से चेक करें – असली सोना चुंबक से नहीं चिपकता।
✔️ सिरेमिक प्लेट पर घिसकर देखें, अगर निशान काला हुआ तो सोना नकली है।
✔️ गोल्ड टेस्टिंग किट या BIS सर्टिफाइड लैब से जांच कराएं।
7️⃣ डिजिटल गोल्ड और ETF भी हैं बेहतर विकल्प 💡
अगर आप सिर्फ निवेश के लिए सोना खरीद रहे हैं, तो फिजिकल गोल्ड की बजाय डिजिटल गोल्ड या गोल्ड ETF खरीदना बेहतर रहेगा।
🔹 SGB (Sovereign Gold Bond) – RBI द्वारा जारी, ब्याज के साथ।
🔹 Gold ETFs – शेयर बाजार में ट्रेड होते हैं, मेकिंग चार्ज नहीं लगता।
🔹 Paytm, Google Pay, PhonePe पर Digital Gold – 99.99% शुद्धता वाला सोना, कोई स्टोरेज चार्ज नहीं।
📌 फिजिकल सोने की बजाय डिजिटल गोल्ड सस्ता और ज्यादा सुरक्षित होता है।
🔚 निष्कर्ष (Conclusion) – स्मार्ट खरीदारी करें और बचत करें!
💡 सोना खरीदने से पहले इन बातों का ध्यान रखें:
✅ BIS हॉलमार्क वाला सोना ही खरीदें।
✅ मेकिंग चार्ज और वेस्टेज चार्ज पर मोलभाव करें।
✅ लाइव गोल्ड रेट जानकर ही सोना खरीदें।
✅ बायबैक और रीसेल पॉलिसी पहले से समझ लें।
✅ नकली सोने की पहचान करना सीखें।
✅ डिजिटल गोल्ड और गोल्ड ETF में निवेश पर भी विचार करें।
📢 अगर यह जानकारी आपको पसंद आई हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें ताकि वे भी ठगी से बच सकें! 💬💛